चंडीगढ़, 21जुलाई(हरबंस सिंह)
सरकार की “लैंड पूलिंग” पॉलिसी का कड़ा विरोध जारी रखते हुए, कांग्रेस ने आज ग्रेटर मोहाली डेवलपमेंट एरिया (गमाडा) कार्यालय के सामने बड़े स्तर पर रोष प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं समेत हज़ारों पार्टी कार्यकर्ता गमाडा कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और लैंड पूलिंग पॉलिसी के ख़िलाफ़ नारे लगाए और इसे तुरंत वापस लेने की माँग की।
प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए, वड़िंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा किसानों से उनकी क़ीमती ज़मीन लूटने का यह एक भद्दी चाल है। यह लैंड पूलिंग नहीं, बल्कि ज़मीन लूटने की पॉलिसी है। उन्होंने पूछा कि एक हज़ार गज के बदले एक एकड़ क़ीमती ज़मीन कौन देगा?
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अनुभव से सीख लेनी चाहिए थी, जिन्हें अंततः किसानों के दबाव में तीन कृषि कानून वापस लेने पड़े। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आपको पता होना चाहिए कि जब बात अपनी ज़मीन की आती है, तो किसान उसे बचाने के लिए कुछ भी कर सकता है। उन्होंने इस नीति के खिलाफ लड़ाई में किसानों के साथ कांग्रेस पार्टी की एकजुटता व्यक्त की।
इस बीच, पार्टी ने मुख्यमंत्री के नाम एक ज्ञापन भी गमाडा प्रशासक को सौंपा, जिसमें इस नीति को तुरंत वापस लेने की मांग की गई। इसमें कहा गया है कि यह नीति पंजाब के लिए पर्यावरणीय और आर्थिक रूप से विनाशकारी साबित होगी।
बाद में, पत्रकारों से बात करते हुए, वड़िंग ने लैंड पूलिंग पॉलिसी पर अपनी पार्टी का विरोध व्यक्त किया और दोहराया कि यह आप नेताओं द्वारा रची गई “ज़मीन हड़पने” की एक साज़िश मात्र है। सवाल उठता है कि इसका क्या उद्देश्य है? जबकि कहीं कोई मांग ही नहीं है।
पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ द्वारा अकाली-भाजपा गठबंधन के सुझाव के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वे (अकाली और भाजपा) हमेशा साथ हैं और उनके बीच घनिष्ठता है।
उन्होंने कहा कि दोनों पार्टियों को यह एहसास हो गया होगा कि इनके पैरों तले से ज़मीन खिसक चुकी है और ये अकेले नहीं लड़ सकते। उन्होंने कहा कि अगर ये साथ भी आ जाएँ, तो भी उन्हें ज़्यादा फ़र्क़ नहीं पड़ेगा, क्योंकि दोनों पार्टियाँ पंजाब में अपनी ज़मीन खो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि ज़ीरो प्लस ज़ीरो हमेशा ज़ीरो तक ही सीमित रहेगा।
इस मौके पर अन्य के अलावा, एआईसीसी सचिव रविंदर दलवी, पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा, सुखपाल सिंह खैहरा, बलबीर सिंह सिद्धू, कैप्टन संदीप संधू, नवतेज चीमा, गुरकीरत कोटली, जसबीर डिम्पा, हरमिंदर गिल, कुलजीत नागरा, साधु सिंह धर्मसोत, गगनदीप सिंह बोबी, गुरशरण कौर रंधावा, मोहित महिंद्रा, कुलदीप वैद, काका रणदीप नाभा, रणजीत सिंह जीती आदि भी मौजूद थे।