बठिंडा/चंडीगढ़ 4 जून (हरबंस सिंह)

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने आज मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को सुझाव दिया है कि कोई बहाने बनाने के बजाय उन्हें पंजाब में नशे की स्थिति पर ‘श्वेत पत्र’ लाना चाहिए।
भाई भक्तौर गांव और स्थानीय अस्पताल में नशा विरोधी कमेटी के सदस्यों से मुलाकात के बाद वड़िंग ने आम आदमी पार्टी सरकार और मुख्यमंत्री के उन दावों का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि पंजाब में नशा तस्करी पर काबू पा लिया गया है।
उन्होंने मुख्यमंत्री को सुझाव दिया कि सबसे पहले इन्हें यह स्वीकार करना चाहिए कि इन्होंने पंजाब से नशे को खत्म करने के लिए अवास्तविक समय सीमा तय की थी और अब वे इस बात पर सहमत हो गए हैं कि नशा पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है, तो क्यों न ‘श्वेत पत्र’ लाया जाए और सब कुछ सच और स्पष्ट रूप से लिखा जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि पंजाब में नशे की समस्या इतनी गंभीर और गहरी है कि इसे कुछ सौ मामले दर्ज करने या कुछ तस्करों के घरों को ध्वस्त करने से खत्म नहीं किया जा सकता।
इस क्रम में, उन्होंने कहा कि मूल कारण से निपटे बगैर केवल लक्षणों की पहचान करने से समस्या का समाधान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आप से पिछली सरकारों, कांग्रेस और अकाली-भाजपा ने भी इसी तरह के वादे और दावे किए थे, लेकिन जमीनी स्तर पर ज्यादा कुछ हासिल नहीं हुआ।
वड़िंग ने गांव भाई भक्तौर की नशा विरोधी कमेटी के सदस्य पूर्व सैनिक रणवीर सिंह पर हुए हमले और एक अन्य सदस्य लखबीर को धमकाने का हवाला देते हुए कहा कि यह तस्करों और सप्लायरों की हिम्मत को दर्शाता है, जो सरकारी संरक्षण के बिना संभव नहीं है।
उन्होंने खुलासा किया कि नशा विरोधी कमेटी के एक सदस्य ने उनसे कहा था कि अगर उन्होंने अपने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए तस्करों को बेनकाब करना बंद नहीं किया, तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी धमकी दी जा रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने बताया कि वह विशेष रूप से उनसे मिलने और उनके साथ अपनी पार्टी की एकजुटता व्यक्त करने गए थे। वड़िंग ने उन्हें आश्वासन दिया कि कांग्रेस हमेशा नशे के खिलाफ उनकी लड़ाई में उनके साथ रहेगी।

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