चंडीगढ़, 24 अक्टूबर (हरबंस सिंह )
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव परमिंदर सिंह बराड़ ने मुख्यमंत्री की वायरल वीडियो को लेकर पंजाब सरकार और पुलिस विभाग पर गंभीर सवाल उठाए।
आज चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि जिस मामले ने पूरे पंजाब में चर्चा पैदा कर दी है, उसकी जांच अगर पंजाब पुलिस करेगी तो निष्पक्ष परिणामों की उम्मीद नहीं की जा सकती।
पंजाब भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख विनीत जोशी की उपस्थिति में बराड़ ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पंजाब पुलिस गृह विभाग के अधीन है, और यह विभाग मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के हाथ में है। ऐसी स्थिति में न्यायसंगत जांच की संभावना बहुत कम है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट या पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज को सौंपी जाए, ताकि पूरा सच सामने आ सके और जनता का विश्वास दोबारा बहाल हो सके।
बराड़ ने खुलासा किया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के विदेश दौरों के दौरान जगमन समरा सक्रिय भूमिका निभाता था।
बराड़ ने चुनौती देते हुए कहा कि अगर मुख्यमंत्री को खुद पर पूरा भरोसा है तो उन्हें आगे आकर पॉलीग्राफी टेस्ट (झूठ पकड़ने वाला परीक्षण) के लिए तैयार होना चाहिए। यह कदम उनकी साफ नीयत और पारदर्शिता को दर्शाएगा। उन्होंने कहा कि पंजाब में भ्रष्टाचार और राजनीतिक दबाव के कारण कई मामलों को दबा दिया जाता है।
मौजूदा सरकार ने जनता से किए वादे पूरे नहीं किए, और अब प्रशासनिक व्यवस्था ने भी पारदर्शिता खो दी है।
पंजाब के लोग अब सच्चाई जानना चाहते हैं, और अगर सरकार ईमानदार है तो उसे किसी भी तरह की निष्पक्ष जांच से डरना नहीं चाहिए।
बराड़ ने कहा कि यह मामला एक राज्य के मुख्यमंत्री से जुड़ा है, इसलिए अगर इसकी जांच निष्पक्ष तरीके से की जाए तो सच अपने आप सामने आ जाएगा।
















