चंडीगढ़, 23 मई: (हरबंस सिंह)
पंजाब के जल संसाधन और भूमि एवं जल संरक्षण मंत्री श्री बरिंदर कुमार गोयल ने आज भाखड़ा मेन लाइन (बी.एम.एल.) के जल वितरण संबंधी हरियाणा के भ्रामक प्रचार की कड़ी निंदा करते हुए इसे लोगों को गुमराह करने और ज़मीनी हकीकत से लोगों का ध्यान भटकाने की सोची-समझी कोशिश करार दिया।
श्री गोयल ने कहा कि हरियाणा का यह दावा कि वह बी.एम.एल. से अपना पूरा 10,300 क्यूसेक हिस्सा ले रहा है, न केवल तथ्यों से कोसों दूर है, बल्कि यह एक हैरान करने वाली झूठी प्रचार रणनीति का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि वास्तविक स्थिति इन झूठे दावों से बिल्कुल अलग है।
कैबिनेट मंत्री ने आज दोपहर 12 बजे की स्थिति का हवाला देते हुए बताया कि बी.एम.एल. अभी तक अपनी पूरी कार्यशील क्षमता 11,700 क्यूसेक तक भी नहीं पहुंची। उन्होंने कहा कि तय प्रोटोकॉल के अनुसार पानी के स्तर को धीरे-धीरे बढ़ाया जा रहा है।
श्री गोयल ने जल वितरण की वास्तविक स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि बी.एम.एल. नहर के पंजाब में शुरुआती बिंदु पर वर्तमान समय में हमें 9690 क्यूसेक पानी प्राप्त हो रहा है। पंजाब इसमें से 2025 क्यूसेक पानी अपनी वैध ज़रूरतों के लिए उपयोग कर रहा है। दिल्ली और राजस्थान के वैध हिस्से को काटने के बाद हरियाणा को 6720 क्यूसेक पानी मिल रहा है, जो हरियाणा के वितरण संबंधी किए दावों से बहुत कम है।
पंजाब के हितों की रक्षा करते हुए पानी के तर्कसंगत वितरण के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कैबिनेट मंत्री ने साफ़ किया कि पंजाब अपने संवैधानिक अधिकार के तहत 3,000 क्यूसेक पानी पूरी तरह उपयोग करेगा और बाकी पानी हरियाणा को बी.एम.एल. नहर प्रणाली की क्षमता के अनुसार ही दिया जाएगा।
उन्होंने हरियाणा की भ्रामक प्रचार मुहिम की सख्त आलोचना करते हुए कहा, “इस तरह के घिनौने प्रचार स्टंट और प्रचार अभियानों का सहारा लेने के बजाय, हरियाणा को चाहिए कि वह ईमानदारी से बात करे और अपनी जनता के सामने सही जानकारी रखे।” उन्होंने कहा कि लोग पारदर्शिता के हकदार हैं और उन्हें सच्चाई चाहिए, नाकि मनगढ़ंत कहानियां।
श्री बरिंदर कुमार गोयल ने ज़ोर देकर कहा कि पंजाब आपसी सहयोग और संसाधनों के तर्कसंगत वितरण का पक्षधर है, लेकिन तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने या अपने वैध अधिकारों को खतरे में डालने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगा।